सीएए के खिलाफ धरने में पहुंचे राहत

सीएए के खिलाफ धरने में पहुंचे राहत


बोले- कोई भी शरीफ आदमी इस कानून से इत्तफाक नहीं रखेगा


इंदौर। सीएए के विरोध में बड़वाली चौकी पर चल रहे धरने व प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए गुरुवार देर रात शायर राहत इंदौरी भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि कोई भी शरीफ आदमी चाहे वह हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई हो, वह इस कानून से इत्तफाक नहीं रखता। पीएम मोदी के संसद में एनआरसी पर दिए उद्बोधन पर वे बोले कि हमें तो यही पता नहीं है कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं या अमित शाह।


केरल में एक नेता के उस ऑडियो, जिसमें वह यह कह रहे हैं कि उर्दू का शायर राहत इंदौरी जेहादी है, पर राहत बोले कि मैं 77 साल का हो गया हूं, मुझे अभी तक मालूम नहीं पड़ा कि मैं जेहादी हो गया हूं। उन्होंने कहा, यह शहर और यह देश सभी लोगों का है। जो कुछ चल रहा है, वह आज से नहीं, बल्कि 70 बरस से चल रहा है।


शायरी भी सुनाई


यहां आयोजित सभा में उन्होंने शायरी भी सुनाई। वे बोले- उठा शमशीर, दिखा अपना हुनर, क्या लेगा, यह रही जान, यह गर्दन है, यह सर, क्या लेगा मेरी जान, एक उड़ा देगा परखच्चे तेरे, तू समझता है शायर है, कर क्या लेगा। इसके बाद उन्होंने सुनाया- जिंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो, मैं वहीं कागज हूं, जिसकी हुकूमात को है तड़प, दोस्तों मुझ पर जरा कोई पत्थर भारी रखो।