नए कलेवर में दिखेगा यूनिवर्सल ड्राइविंग लाइसेंस
10 फरवरी से होगी शुरुआत
भोपाल । अगले सप्ताह से मप्र के सभी आरटीओ से जारी होने वाले रजिस्ट्रेशन कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस नए कलेवर व नये रंग में नजर आएगा। इसे लेकर स्मार्ट चिप कंपनी ने ट्रायल शुरू कर दिया है। परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार संभवत: इस योजना को 10 फरवरी से शुरू किया जा सकता है। यह कार्ड देशभर में एक जैसा होगा। इस यूनिवर्सल ड्राइविंग लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन कार्ड में पहले वाले ड्राइविंग लाइसेंस के मुकाबले ज्यादा जानकारियां होंगी। इस ड्राइविंग लाइसेंस में संबंधित व्यक्ति के बार में 12 से ज्यादा व्यक्तिगत जानकारियां होंगी। साथ ही इस स्मार्ट कार्ड के अंदर स्ट्रिप के जरिए बार कोड रखा जाएगा। इस बारकोड की सहायता से ही कई प्रकार की जानकारियां हासिल की जाएंगी। कार्ड की बनावट इस प्रकार होगी कि कोई भी इससे छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा।
परिवहन मंत्री की स्वीकृति बाकी
एक-दो दिन में ट्रायल रिपोर्ट को परिवहन मंत्री कोविंद सिंह राजपूत सहित आला-अधिकारी को सौंपा जाएगी। जिसके बाद परिवहन मंत्री की ओर से इस योजना की स्वीकृति मिल सकेगी। परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संभवत: 10 फवरी से योजना को शुरू किया जा सकता है।
नए कार्ड पर क्यूआर कोड भी
लाइसेंस रजिस्ट्रेशन कार्ड में एक चिप पीछे की तरफ लगाई जाएगी। यहीं पर क्यूआर कोड होगा। पहले भाग पर फोटो होगा। लाइसेंसी का नाम एक ही लाइन में होगा। अभी दो लाइन में लिखते हैं। नए लाइसेंस में पता लिखने के लिए तीन लाइनों की जगह है। ब्लड गु्रप के कॉलम के पास लाइसेंसी अंगदाता हैं या नहीं, इसकी जानकारी दी जाएगी। तो वहीं नए यूनिवर्सल ड्राइविंग लाइसेंस कार्ड में ज्यादा जानकारियां होने से सबसे ज्यादा फायदा सुरक्षा एजेंसियों को होगा। अलग-अलग कार्ड को देखने में अब समय खराब नहीं करना पड़ेगा। कार्ड में बारकोड के साथ दी गई चिप के माध्मय से डाटा निकाला जा सकता है।
स्मार्टचिप कंपनी को जिम्मा
आरटीओ संजय तिवारी ने बताया कि केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए 1 अक्टूबर 2019 से देशभर में यूनिवर्सल रजिस्ट्रेशन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की बात कही थी। अभी तक सभी प्रदेशों के लाइसेंस कार्ड, रजिस्ट्रेशन कार्ड का कलर अलग-अलग रंगों व आकार में होता था, लेकिन नई व्यवस्था के तहत अब देशभर के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड एक जैसे रंग और आकार के होंगे। मप्र में इसका काम स्मार्ट चिप कंपनी को दिया गया है। कंपनी की और इस योजना के तहत ट्रायल शुरू कर दिया गया है। परिवहन आयुक्त वी. मधुकुमार ने कहा कि अभी इस योजना का ट्रायल किया जा रहा है। जल्द ही प्रदेश भर के सभी आरटीओ मेें एक साथ इस योजना को शुरू किया जाएगा।