गहलोत सरकार की रोडवेज को सौगात
इंतजार के बाद जनता को नई बसों में सफर का तोहफा
जयपुर। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम को करीब ढाई साल के लंबे इंतजार के बाद आज शुक्रवार को नई बसें मिलने जा रही हैं। इन नई बसों को परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। रोडवेज मुख्यालय से दोपहर 1 बजे 51 बसों को अलग-अलग डिपो के लिए रवाना किया जाएगा। इस अवसर पर परिवहन राज्यमंत्री अशोक चांदना, परिवहन आयुक्त राजेश यादव, रोडवेज चैयरमेन रविशंकर श्रीवास्तव, एमडी यूडी खान सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहेंगे।
876 बसों की खरीद, पहली खेप में आज मिलेगी 51 बसें
गोरतलब है कि रोडवेज ने लोन लेकर 876 नई बसें खरीदी हैं, जिसमें से 51 बसों की पहली खेप आज रोडवेज को मिलने जा रही है। रोडवेज की अधिकतर पुरानी बसें खराब होने के कारण लंबे समय से रोडवेज को नई बसों की आवश्यकता थी, लेकिन नई बसें नहीं आने से प्रबंधन को मजबूरन खटारा बसों से ही काम चलाना पड़ रहा था। इससे पहले 2017 में वसुंधरा सरकार के समय रोडवेज को 500 नई बसें मिली थीं।
रोडवेज को मिलने वाली इन नई बसों में कई सुरक्षा सुविधाएं दी गई हैं, जिसमें महिला सुरक्षा को लेकर पेनिक बटन, सीसीटीवी कैमरों का प्रोविजन, हर बस में व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम, ड्राइवर के पास पब्लिक अनाउंस सिस्टम, इमरजेंसी में बर्जर सिस्टम और इमरजेंसी विंडो सिस्टम, अग्निश्मन यंत्र आदि शामिल हैं।
सरकार ले रही श्रेय, बीजेपी ने साधा निशाना
रोडवेज को मिल रही इन नई बसों का लेकर जहां कांग्रेस सरकार इसका श्रेय ले रही है, तो बीजेपी ने इस पर निशाना साधा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता व विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सरकार ने इन बसों की खरीद के लिए 1 रुपए की आर्थिक मदद भी रोडवेज को नहीं की है। राजस्थान रोडवेज ने लोन लेकर बसें खरीदी हैं, जिससे रोडवेज पर आर्थिक भार बढ़ा है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा सरकार में रोडवेज को 500 बसों के लिए 100 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद दी थी। उन्होने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है।